हेलो दोस्तों आज हम आपके लिए Class 7 NCERT History Notes In Hindi लेकर आए है। आपको यहाँ Class 7 History के सभी Chapters के Notes हिन्दी में पढ़ने को मिलेंगे। आप यहाँ से सभी chapters के Notes के PDF भी Download कर सकेंगे।आपको यहाँ सभी कक्षाओं जैसे:- Class 6 to 12 तक के History के Notes Hindi में पढ़ने को मिलेंगे, साथ में आप इन सब के Chapterwise PDF भी Download कर सकेंगे।
Class 7 History Notes In Hindi
सामाजिक विज्ञान (हमारे अतीत-2)
यह ncert history class 7 के notes आपके स्कूल की परीक्षा के साथ-साथ विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं जैसे- SSC CGL, RRB NTPC, SSC CPO, RAS, UPSC, UGC-NET आदि परीक्षाओं की अच्छी तैयारी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। क्योंकि हम आपको यहाँ सभी Notes आसान और सरल भाषा में उपलब्ध कराएँगे।
NCERT Class 7 History Notes PDF In Hindi
History class 7 के notes में आप मोटे तौर पर 700 से 1750 ईसवी तक लगभग हज़ार वर्षों के भारत के मध्यकालीन इतिहास के बारे में पढ़ेंगे।
➡ पहले अध्याय में इतिहासकारों द्वारा स्त्रोतों की मदद से उस समय के नए सामाजिक और राजनीतिक समूहों, क्षेत्रों और साम्राज्यों, पुराने और नए धर्मों, नई और पुरानी शब्दावलियों का अवलोकन और साथ में समय तथा इतिहास के कालखंडों पर विचार भी किया गया है।
➡ दूसरे अध्याय के नोट्स में आप 7वीं से 12वीं सदी के बीच गुर्जर-प्रतिहार, राष्ट्रकूट और पाल वंशों के त्रिपक्षीय संघर्ष के बारे में, और चोल राज्य तथा उसके प्रशासन के बारे में नज़दीक से पढ़ेंगे।
➡ तीसरे अध्याय में 12वीं से 15वीं सदी तक के दिल्ली सल्तनत के शासकों का अवलोकन और ख़लजी तथा तुग़लक़ वंश के प्रशासन के बारे में बताया गया है।
➡ चौथे अध्याय में 16वीं से 17वीं सदी के बीच भारतीय उपमहाद्वीप में मुग़ल साम्राज्य तथा उसके प्रशासनिक रूप का वर्णन और 17वीं सदी में तथा उसके बाद मुग़ल साम्राज्य के आर्थिक एवं सामाजिक रूप का संक्षिप्त अवलोकन किया गया है।
➡ पाँचवा अध्याय जनजातियों, खानाबदोशों, और नई जातियों तथा श्रेणियों के बारे में है। गोंड और अहोम जनजातियों ने समय के साथ अपने राज्यों की स्थापना की।
➡ छठे अध्याय में आप उत्तर और दक्षिण भारत में भक्ति आंदोलन और सूफ़ी मत से समाज में हुए बदलावों के बारे में पढ़ेंगे।
➡ सातवां अध्याय क्षेत्रीय संस्कृतियों के निर्माण के बारे में है। जिसमें चेर और मलयालम भाषा के विकास, शासक और धार्मिक परंपराओं का आपसी संबंध, राजपूत और शूरवीरता की परंपराएँ, कत्थक नृत्य और चित्रकला के संरक्षण, बंगाल में बंगाली भाषा के विकास, पीर तथा मंदिर के आपसी संबंध का वर्णन है।
➡ अंत में आठवें अध्याय में आप 18वीं सदी में भारतीय उपमहाद्वीप में मुग़ल साम्राज्य के पतन और कई स्वतंत्र राज्यों के उदय के बारे में पढ़ेंगे।
अध्याय-1 : प्रारंभिक कथन: हजार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल
अध्याय-2 : राजा और उनके राज्य
अध्याय-3 : दिल्ली: बारहवीं से पंद्रहवीं शताब्दी
अध्याय-4 : मुग़ल: सोलहवीं से सत्रहवीं शताब्दी
अध्याय-5 : जनजातियाँ, खानाबदोश और एक जगह बसे हुए समुदाय
अध्याय-6 : ईश्वर से अनुराग
अध्याय-7: क्षेत्रीय संस्कृतियों का निर्माण
अध्याय-8: अठारहवीं शताब्दी में नए राजनीतिक गठन
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