Hello दोस्तों, आज हम आपके लिए IGNOU BHIE-142 आधुनिक पूर्वी एशिया का इतिहास: जापान (1868-1945) Study Material Hindi में लेकर आए है। आप यहाँ से BHIE 142 Book PDF In Hindi की सभी इकाईयों को PDF के रूप में Download कर सकते है।
BHIE-142 आधुनिक पूर्वी एशिया का इतिहास: जापान (1868-1945) पाठ्यक्रम परिचय
यह पाठ्यक्रम 19वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध से 20वीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध तक जापान के इतिहास से संबंधित इसके आधुनिक विकास के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की चर्चा करता है। और जापानी इतिहास के प्रमुख क्षेत्रों का, पूर्व-आधुनिक या तोकुगावा काल से होता हुआ मेजी पुनर्स्थापना और एक आधुनिक राष्ट्र-राज्य के गठन से जापानी साम्राज्य के विस्तार और द्वितीय विश्व युद्धों तक इसके द्वारा लड़े गए युद्धों तक के इतिहास का सर्वेक्षण भी करता है।
इस पाठ्यक्रम का समापन जापान की पराजय और संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व मित्र राष्ट्रों के इस पर आधिपत्य, उत्तर-युद्ध कालीन पुनर्निर्माण और जापान के एक लोकतांत्रिक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उदय के साथ होता है। इस पाठ्यक्रम का केंद्र बिंदु आधुनिक जापानी इतिहास की मुख्य घटनाओं और मुद्दों के बारे में है।
पहले के स्पष्टीकरणों में पूर्व-आधुनिक काल को सामंती और पिछड़ा हुआ देखा गया था, लेकिन आज विद्वानों की राय में तो तोकुगावा काल विकसित हो रही संस्थाओं और व्यवहारों का समय भी था, जिन्होंने जापान के आधुनिक विकास को संभव बनाया था।
चीन ऐतिहासिक रूप से जापान के लिए अनुकरणीय प्रतिमान था लेकिन उनके बीच की दूरी के कारण, यह कभी भी एक राजनीतिक खतरा नहीं था। जापान ने चीनी विचारों और संस्थाओं को अपनाना सीखने के साथ इनका प्रतिरोध करना और चीनी व्यवस्था से अपनी स्वतंत्रता का दावा करना भी जान लिया था।
जापान ने अपनी शाही परियोजना को पश्चिम का प्रतिरोध करने और एशिया को मुक्त कराने के मार्ग के रूप में ढाला।
जापानी औपनिवेशिक विस्तार को कभी-कभी अपने स्वयं के उद्देश्यों के लिए अमेरिका और यूरोप द्वारा सहन किया गया और उसको समर्थन दिया गया लेकिन इसकी परणिति, युद्ध और पराजय में हुई। इस कारण जापान और उपनिवेशों के आम लोगों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी।
जापान द्वारा अपनी परंपराओं को संरक्षित करना हमेशा आधुनिक जापानी विकास की एक निशानी के रूप में देखा गया है। हालांकि विद्वानों के शोध से पता चलता है कि इनमें से कितनी ही तथाकथित “परंपराएँ” वास्तविक में आधुनिक काल में ही निर्मित की गई थीं।
अंग्रेजी में जापानी इतिहास के लेखन पर अमेरिकी क्षेत्र अध्ययन प्रतिमान हावी रहा है, जिसमें प्रत्येक देश को पृथक करके अध्ययन किया जाता है और इसका उद्देश्य पश्चिम के लिए इसकी व्याख्या करना रहा है।
इस प्रतिमान को पलट दिया गया है परंतु इसका प्रभाव अभी भी लोकप्रिय लेखन में देखा जा सकता है। जापानी औपनिवेशिक विस्तार के बारे में पहले सोचा जाता था कि इसका जापान के भीतर के विकासों पर कोई प्रभाव नहीं था लेकिन अब यह दिखाया जा रहा है कि इसने जापानी विकास को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जापानी इतिहास को एक व्यापक क्षेत्रीय और तुलनात्मक परिप्रेक्ष्य में रख कर देखने से नजरअंदाज किए गए संबंध और समानताएँ दृष्टिगोचर होती है। अध्ययन के नए क्षेत्र ही नहीं खुले हैं अपितु इतिहास का अध्ययन करने के लिए हमारे द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री का भी विस्तार हुआ है।
आज इतिहासकार उन पक्षों का अध्ययन करने के लिए, जिनके जरिए जीवन का रूपांतरण हुआ था, न केवल दस्तावेजों और अभिलेखीय सामग्री का उपयोग कर रहे है, बल्कि वस्तुओं, कपड़ों, तस्वीरों और फिल्मों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
यह पाठ्यक्रम आपको जापानी इतिहास के प्रमुख विकासों और घटनाक्रमों से परिचित कराता है और आगे और अधिक खोज के लिए प्रेरणा देता है।
BHIE-142 आधुनिक पूर्वी एशिया का इतिहास: जापान (1868-1945) in Hindi Study Material PDF Download
यह अध्ययन सामग्री IGNOU BAG के छात्रों और उन सभी छात्रों के लिए निःशुल्क है, जो UPSC और UGC NET (History) जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है। इन दोनों बड़ी परीक्षाओं में छात्रों को इतिहास जैसे विषय की अच्छी तैयारी के लिए IGNOU इतिहास की पुस्तकें बहुत मददगार होती है।
इकाई 1 आधुनिक जापान का मूल आधार
इकाई 2 प्रारम्भिक आधुनिकता : तोकुगावा काल 1600-1868
इकाई 3 मेजी पुनर्स्थापना और आधुनिक जापान का निर्माण
इकाई 4 मेजी राजनीतिक व्यवस्था
इकाई 5 सभ्यता और ज्ञानोदय : एक नयी सामाजिक व्यवस्था का निर्माण
इकाई 6 मेजी औद्योगीकरण और विकास
इकाई 7 अन्य स्वर : मेजी नीतियों का विरोध
इकाई 8 मेजी जापान : अंतर्राष्ट्रीय समानता की तलाश
इकाई 9 एक आर्थिक शक्ति के रूप में जापान का उदय
इकाई 10 शाही जनतंत्र और राजनीतिक दल
इकाई 11 सैन्यवाद का उदय
इकाई 12 जापान : पश्चिम के विरुद्ध औपनिवेशिक विरोधी आंदोलनों को समर्थन
इकाई 13 जापान का औपनिवेशिक साम्राज्य और उसकी पराजय
इकाई 14 जापान : पराजय और मित्र-राष्ट्रों का नियंत्रण
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